अपनी मां के विद्रोह भरे अतीत और आत्मविश्वास से भरी एक नई सहेली से प्रेरणा ले कर, 16 साल की शर्मीली लड़की अपने स्कूल में हो रहे लिंगभेद के खिलाफ़ एक बेनाम मैगज़ीन छापती है.
अपनी मां के विद्रोह भरे अतीत और आत्मविश्वास से भरी एक नई सहेली से प्रेरणा ले कर, 16 साल की शर्मीली लड़की अपने स्कूल में हो रहे लिंगभेद के खिलाफ़ एक बेनाम मैगज़ीन छापती है.