अपने दिल में बीते ज़माने की कुछ खट्टी-मीठी यादें लिए एक आदमी 22 साल बाद लौटकर अपने पैतृक शहर आता है. वहां उसकी मुलाकात एक सहृदय रिश्तेदार से होती है जिनका नाम तक उसे याद नहीं.
अपने दिल में बीते ज़माने की कुछ खट्टी-मीठी यादें लिए एक आदमी 22 साल बाद लौटकर अपने पैतृक शहर आता है. वहां उसकी मुलाकात एक सहृदय रिश्तेदार से होती है जिनका नाम तक उसे याद नहीं.